बैजनाथ, 15 अप्रैल 2025: कांगड़ा जिले के पपरोला क्षेत्र की एक महिला के साथ ऑनलाइन निवेश के नाम पर शातिर ठगों ने 2 करोड़ 59 लाख रुपये की ठगी की है। पीड़िता ने यह राशि कई किस्तों में ठगों के बैंक खातों में जमा करवाई। ठगी का शिकार होने के बाद महिला ने धर्मशाला के साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, महिला ने सोशल मीडिया पर ऑनलाइन निवेश से अधिक मुनाफा कमाने की एक पोस्ट देखी थी। पोस्ट पर क्लिक करने के बाद शातिरों ने महिला को आकर्षक प्रलोभन देकर अपने जाल में फंसाया। महिला पिछले साल से ठगों के बताए खातों में राशि जमा करती रही, लेकिन उसे कोई रिटर्न नहीं मिला। इस दौरान महिला ने अपने परिवार को भी इसकी जानकारी नहीं दी। जब ठगी का अहसास हुआ, तब उसने पुलिस का रुख किया।
एएसपी साइबर क्राइम थाना उत्तरी क्षेत्र धर्मशाला प्रवीन धीमान ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि ऑनलाइन निवेश के लुभावने ऑफर्स के झांसे में न आएं और किसी भी निवेश से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें।
साइबर ठगी में बैंक कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल
भारत में साइबर ठगी का जाल तेजी से फैल रहा है, जिसमें कई मामलों में बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता भी सामने आ रही है। बीते कुछ वर्षों में साइबर अपराधों में पांच गुना वृद्धि दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठगों के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराने में कुछ बैंक कर्मचारी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मददगार बन रहे हैं। साइबर ठगी के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन अपराधियों के नए-नए तरीके चुनौतियां बढ़ा रहे हैं।
पुलिस ने लोगों से अनजान लिंक पर क्लिक न करने, व्यक्तिगत जानकारी साझा न करने और ठगी की स्थिति में तुरंत नजदीकी थाने या राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करने की सलाह दी है।